जयपुर: अंतर्राष्ट्रीय ताकतों द्वारा प्रायोजित किसान आंदोलन की कल तड़के हवा निकल गई जब ग्रेटा और रिहाना की पोल खुल कर सबके सामने आ गई जिसका नतीजा यह रहा कि कई दिनों से 2 लाख ट्रैक्टरों की रैली का शोर मचाने वाले  स्वघोषित किसान नेताओं के आह्वान पर 100 ट्रेक्टर भी नहीं जुटे| इतने कम संख्या में आये ट्रैक्टरों की वजह से जो वीडियो पोस्ट किया वो भी इतना छोटा कर पोस्ट किया जो ठीक से दिखे नहीं और ज्यादा लोगों तक असलियत पहुंचे नहीं | जहाँ साजिश खुलने से पहले किसान नेता के घंटे भर में तीस चालीस हजार लाइक आ जाते थे वहीँ 4 घंटे गुजर जाने के बाद भी 315 शेयर हुए और लोगों ने जो कमेंट किये वो भी निचे पढ़िए 



राजस्थान में हनुमान बेनीवाल समेत किसान नेताओं ने 5 फ़रवरी को ट्रेक्टर रैली का किया था आह्वान 

जैसा कि स्वीडन की ग्रेटा ने बड़ी भूल करते हुए एक दस्तावेज को ट्वीट कर दिया था और गलती का एहसास होते ही मिनटों में हटा लिया था वहां जारी दस्तावेज में 4 और 5 फ़रवरी को घटनाएं करने का लिखा था | खबर आते ही हर वो किसान जो अभी तक समझ नहीं पा रहा था कि वो बिलों के साथ है या विरोध में अचानक उसे पता चल गया कि अंतर्राष्ट्रीय ताकतों ने जिन बिलों के खिलाफ साजिश रची है वो देश और किसानो के लिए सही ही होगा और उससे बड़ा बदलाव आने वाला होगा 

रात में कई किसानो ने पंचायतें बैठाई और देश विरोधी ताकतों का प्लान फ़ैल करने की ठानी 

राजस्थान में हर जिले में गांव लेवल पर जो नेता घर घर से 2 लाख से ज्यादा ट्रेक्टर पहुँचने की बात कर रहे थे उनको मुहतोड़ जवाब देते हुए किसानो ने ट्रेक्टर रैली का बहिष्कार कर दिया और आने वाले समय में भी ऐसे नेताओं की किसी बात नहीं मानने की बात कह दी | 

हर जिला मुख्यालय में लाखों ट्रैक्टरों की जगह नेता के गृह जिले में 100 ट्रेक्टर भी नहीं जुटे 

हनुमान बेनीवाल की आई टी टीम केवल सोशल मीडिया से सहारे चलती है, जमीन पर उनकी हालत बहुत ख़राब है मगर सोशल मीडिया से हवा बनाने वाली बात की हवा ही निकल गई इसके चलते पूरी आई टी टीम अपना सा मुँह लेकर दूसरे मसलों की तरफ ध्यान आकर्षित करने की कोशिश में लगी रही | 






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