भारत इजराइल के रिलेशन्स से सबसे ज्यादा परेशानी किसको है
इंडिया इजराइल रिलेशन से चाइना को जितनी परेशानी है, विश्व में किसी को भी नहीं है।
उसका सबसे पहला कारण यह है कि इंडिया की आर्मी ने आज ही के दिन 6000
नई इजराइली लाइट मशीन गन स्कोर इंपोर्ट किया है।
16 हजार आने वाली है जिसमें से आज ही के दिन 6000 इसलिए दिया गया
क्योंकि आज का दिन खास है और चाइना के लिए भी यह बहुत ही खास दिन है।
गलवान युद्ध के बाद इजराइल ने भारत का दिया साथ
इजराइल ने ट्वीट किया है और बताया है कि वह सेलिब्रेट कर रहे हैं।
29 साल इंडिया इजरायल डिप्लोमेटिक रिलेशंस को पूरे होने पर
खासतौर से इंडिया के लिए एक वीडियो बनाया है जिसको देखकर पता पड़ता है।
कि इस्राइल और इंडिया के रिलेशनशिप किस लेवल पर पहुंच चुके हैं
और इसी बात को चाइना और पाकिस्तान पसंद नहीं करते।
अब पाकिस्तान तो इसराइल को देश ही नहीं मानता और रह जाता है चीन
यह जो 16000 में से छह हजार इजराइली मशीन गन आ गई है। यह बेहद घातक हैं।
इजराइल अमरीका की साझेदारी से चीन सकते में
इजराइल अमरीका के नए करार होने वाले हैं जिसकी वजह से चाइना को और रूस को खासतौर से नुकसान होगा।
सेक्शन 1299 एम के अंदर के कहा गया है
जो सेक्रेटरी ऑफ डिफेंस इसराइल का है। वह ऐसा काम कर सकता है और वो होने ही वाला है।
इजराइल भी हमारी तरह लोकतांत्रिक देश है। उसको डिसीजन लेने से पहले लॉ बनाना पड़ता है।
यह इसी बात का इशारा कर रहे हैं कि नया लो बन चुका है। अब इजरायल और यूएस के टाइस बढ़ने वाले हैं
और यह भी दावा किया जा रहा है कि चाइना की वजह से अमेरिका थोड़ा सा प्रेशर में है।
उसका मुख्य कारण है। चाइना चोरी करी टेक्नोलॉजी एप्लीकेट करता है
और अपनी डिफेंस मजबूत कर रहा है मगर यह जो मशीन-गन आई है
वो बेहद आधुनिक है और फिलहाल चाइना या किसी और देश के पास में नहीं है।
अचानक चीन इजराइल के रिलेशन कैसे बिगड़े
2019 में चाइना के साथ इजराइल के रिलेशंस ठीक थे । मगर जैसे ही कोविड-19 आया
उसके बाद में बाजी पलट गई। इजराइल ने एक वीडियो बना कर डाला
जिसके बाद में चाइना बुरी तरीके से बौखला गया।
बड़ा टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ 2019 से पहले चाइना इजरायल की टेक्नोलॉजी की चोरी
कर रहा था मगर इस बारे में कोई चर्चा नहीं करता था।
चीन ने इस वीडियो के खिलाफ कंप्लेंट की
और इसको हटाने के लिए कहा जो कि एक बार हटा में लिया गया था।
एक बार हटा लिया गया था। उसका मतलब यह है कि यह वीडियो वापस डाल दिया गया है
और यह उपलब्ध है। आप जाकर देख सकते हैं। इसको समझना मुश्किल हैक्यूंकि ये हिब्रू में है।
कोई कैप्शंस नहीं है तो फिर इसको समझे कैसे? इसको समझने के लिए
हमने भी गूगल ट्रांसलेट का सहारा लिया और वहां पर वीडियो को चलाकर इसको
ट्रांसलेट करने की कोशिश थी। ट्रांसलेट होते ही इस बात का पता पड़ गया
कि चाइना के आखिर इतनी आग क्यों लगी हुई है। हेल्थ मिनिस्ट्री द्वारा जारी
इस वीडियो के अंदर वुहान और चाइना का खासतौर से जिक्र था कि वहां से वायरस
निकला है। साथ ही इसमें मेड इन चाइना के बारे में बहुत हंसी उड़ाई गई थी
कि क्या यह वायरस जो है। मेड इन चाइना होने के बाद में भी टिकेगा
या यह जल्दी खत्म हो जाएगा क्योंकि इसराइल के अंदर हर कोई नौजवान फौजी ट्रेनिंग लिया होता है
वह फौजी होता है या मतलब यह वीडियो फौजी ने ही बनाया था और
हेल्थ मिनिस्ट्री ने ही उसको जारी किया था।
चीन की जासूसी वाली हेकड़ी निकली
अब सबसे बड़ी टर्निंग प्वाइंट
आ जाता है कि इसको unbelievable कहा गया और
इजरायल की ओर से चिंता व्यक्त की गई कि
चाइना कहां कहां पर नजर रख रहा है। इजराइल के कितनी अंदर तक जाकर
चीन जांच पड़ताल कर रहा है या जासूसी कर रहा है, ये घटना इतनी बड़ी थी कि कुछ दिन बाद
इजराइल और यूएस के बीच में करार हो जाता है कि 5G नेटवर्क से चाइना को हटा दिया जाएगा।
चीनी मोबाइल से भविष्य के नेता ब्लैकमेल हो सकते हैं
आपको ऐसे ही नहीं कहा जाताकि इस चाइनीस मोबाइल
से दूर रहो, ना जाने कौन-कौन सी ऐसी जासूसी है जो आपकी की जा चुकी है।
आप सोच रहे हो, उसका क्या फर्क पड़ेगा, फर्क पड़ेगा। जब आप एक बड़ी
पोजीशन के ऊपर हो जाओगे और चाइना आप को ब्लैकमेल करेगा।
आपकी किसी फोटो, किसी बातचीत या आपके किसी वीडियो के बारे में
इजरायल और चाइना के बीच में तनाव तब बढ़ गया। जब चीन का एंबेस्डर इसराइल के
अंदर मरा पाया गया और साथ ही अमेरिका ने चाइना के पावर इक्विपमेंट के ऊपर
पूरी तरीके से बैन लगा दिया। मिलिट्री बेस के अंदर
आजकल के पावर उपकरण वैसे नहीं रह गए, आपके जो ट्रांसफार्मर हैं, ग्रिड का सारा का सारा कनेक्शन है
उसके अंदर जो छोटे-छोटे से सेमीकंडक्टर्स लगे होते हैं जो प्रोसेसर लगे
होते हैं उनके अंदर फेरबदल करके घटनाओं को अंजाम दिया जा सकता है
जैसा हाल ही के अंदर पाकिस्तान की ग्रिड फेल करके
कोयला को डायवर्ट किया गया था, चाइना के द्वारा | अमेरिका ने इतना बड़ा फैसला
ऐसे ही नहीं लिया और उसके बाद में उन्होंने इंप्लीमेंट भी किया है।
चीन करना चाहता था भारत का वैक्सीन प्लान फ़ैल
पहले इंडिया के अंदर सिरम इंस्टीट्यूट के अंदर आग लग गई थी, जिसका कारण शॉर्ट सर्किट होना
बताया गया था। इसके अंदर टेंपरेचर ह्यूमिडिटी कंट्रोल करने
के लिए छोटे-छोटे से माइक्रोचिप्स लगे होते हैं और वह जो चिप्स है
वह अभी तक चाइना से आ रहे हैं , मगर इसके ऊपर फिलहाल इन्वेस्टिगेशन बाकी है।
जनवरी को जब इंस्टीट्यूट के अंदर शॉर्ट सर्किट से आग लगी थी, उसके
घंटों के बाद चाइना खबर प्रकाशित करता है और वह कहता है कि सिरम इंस्टीट्यूट के
अंदर जो शॉर्ट सर्किट का पक्का इंतजाम नहीं है। इसलिए वहां की वैक्सीन हाई क्वालिटी होगी इसमें
पूरा शक है। एक छोटी सी घटना जो इलेक्ट्रिकल शॉर्ट सर्किट के कारण
लगी थी। उसके चलते चाइना पूरे विश्व के अंदर इंडिया की वैक्सीन की
बदनामी करने के लिए जोरों शोरों से लगा हुआ है
इस बेशर्मी से स्ट्रेटेजिक एडवांटेज लेने के लिए पूरी की
पूरी वैक्सीन इंडस्ट्री के ऊपर
इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम दे सकता है। यह साफ बात क्लियर हो गई।
जनवरी को इजराइल की अर्थव्यवस्था पर चोट करने के लिए कुछ हैकर लगे थे जो कि चाइना
के बताए जा रहे हैं।
नेपाल-भूटान को चीन अपना हिस्सा मानता है
चीन इजराइल से इतना नाराज किस लिए है
जो कि 2019 तक सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर था।
5 जनवरी से कुछ ही समय पहले इसराइल में एक और काम किया था कि भूटान के साथ
में उसके डिप्लोमेटिक टाइस एस्टब्लिश हो गए थे और एक ही महीने
पहले भूटान के अंदर भी चाइना ने डिस्प्यूट क्रिएट करने की कोशिश की थी।
उसने कहा था कि यहां की जो वाइल्ड लाइफ सेंचुरी है, यह हमारी है।
इस बात की हद है कि यह ऐसे सेंचुरी है जो भूटान और चाइना के बॉर्डर पर पड़ती ही नहीं है
भूटान और इंडिया के बॉर्डर पर पड़ने वाली जो सेंचुरी है, उसको
चीन अपना बता रहा है और पूरे भूटान को चाइना अपना बताता है
और डिप्लोमेटिक टाइटलिस होने से वह एक अलग कंट्री के रूप में अंदर और ग्रोथ करेगा।
माओ जेडोंग का सपना पूरा करने में लगा है जिन पिन
आपको यह पता है या नहीं। माओ जे़डोंग, जिन्होंने इंडिया के ऊपर भी
आक्रमण करवाया था। वह भूटान को चाइना का हिस्सा, तिब्बत को
चीन का हिस्सा और नेपाल को भी चाइना
का हिस्सा माना करते थे, आप होना चाहिए।आपको ये भी पता होना चाहिए कि
चीन ने आर्म्ड सेपरटिस्टस को बढ़ावा देने के बारे में हाल ही के अंदर अपने ऑफिशियल
ग्लोबल टाइम्स के ऊपर एक रिपोर्ट लिखी थी। 25 जुलाई की खबर देखिये की
टेररिस्ट चाइना के हथियार का इस्तेमाल करते देखे गए हैं। यानी कि जैसे china-pakistan के
टेरर फंडिंग देकर इंडिया के इस वाले बॉर्डर के ऊपर गड़बड़ी चलाता था।
वैसा ही नॉर्थ ईस्ट के अंदर उसने करने की पूरी की पूरी साजिश पहले से ही कर ली थी
और आज के दिन जाकर इसराइल के अम्बस्सी के सामने धमाका करने से
चाइना की पोल पूरे विश्व के सामने खुल चुकी है।
अपनी जिम्मेदारी समझें आज के बच्चे
पूरे विश्व के साथ
भारत के रिलेशन अच्छे हो रहे हैं। एक्सटर्नल अफेयर्स मिनिस्ट्री अच्छा काम कर रही है।
भारत की सरकार इसी बारे में देख रही है। मगर आपको यह करना है कि इस प्रकार के जो स्पाइवेयर
हैं उनको अपने पास में रखना छोड़ दो नहीं तो कल आप को भुगतना पड़ेगा
और आपकी वजह से पूरे देश को भुगतना पड़ेगा। उम्मीद है आपके ऊपर तो
रिस्पांसिबिलिटीज देश की है। उसको आप भले प्रकार से निभा पाएंगे। नमस्कार धन्यवाद! जय हिंद!
Post a Comment