भले ही अन्य धार्मिक प्रतिष्ठानों पर कोविड की guideline लागू हो और वहां 200 से ज्यादा लोग इकट्ठे हो नहीं सकते मगर, मुख्यमंत्री गहलोत और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने खुदकी सरकार के आदेशों की धज्जियाँ कैसे उड़ाई जाती है इसकी बेहतरीन मिसाल पेश की है
गोविंददेव जी मंदिर पर होली उत्सव नहीं होगा क्यूंकि कोरोना चल रहा है
राजस्थान हाई कोर्ट के अधिवक्ता गोवर्धन सिंह लिखते हैं
"मैं सामान्यतः ऐसी पोस्ट नहीं डालता लेकिन..."
गोविन्ददेवजी मन्दिर में 200 लोग से ज्यादा नहीं हो सकते हैं लेकिन अजमेर के उर्स में लाखों लोग इकठ्ठे हो सकते हैं...
राजस्थान के आदरणीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कोरोना के चलते, जयपुर के गोविंददेव जी मंदिर में होली उत्सव और संगीत समारोह निरस्त कर दिया है और केवल 200 लोगों को ही आयोजन में शामिल होने की अनुमति दी है...
आप सभी भली-भांति जानते हैं कि हमारे मुख्यमंत्री अपना प्रत्येक निर्णय, जाति देखकर करते हैं और उसमें भी वोटों का बड़ा गणित होता है...
अगर आपका अजमेर में कोई परिचित हो तो वहां आप पूछ सकते हैं कि अजमेर में चलने वाले उर्स में लाखों लोगों को पहुंचने की अनुमति कैसे दी गई, लोगों को तो छोड़िए आपके टैक्स के पैसे से वेतन लेने वाले, लगभग 4500 पुलिसकर्मी वहां व्यवस्था बनाने के लिए मौजूद हैं...
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